अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – योग केवल व्यायाम नहीं , बल्कि आत्मिक शांति और वैश्विक समरसता का मार्ग है। योग को जीवन का हिस्सा बनाकर हम व्यसनमुक्त , स्वस्थ और समरस समाज का निर्माण कर सकते हैं। यह कार्यशाला आने वाली पीढ़ियों को भारतीय जान परंपरा और स्वास्थ्य के मूल्यों से जोड़ने में महत्वपूण भूमिका निभायेगी।
उक्त बातें श्री दावड़ा यूनिवर्सिटी नया रायपुर एवं छत्तीसगढ़ योग आयोग के संयुक्त तत्वावधान में कन्वेंशल हॉल, न्यू सर्किट हाउस, सिविल लाईन, रायपुर में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय योग कार्यशाला को मुख्य अतिथि के आसंदी से संबोधित करते हुये उच्च शिक्षा एवं राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा ने कही। उन्होंने कहा कि योग भारतीय संस्कृति की अमूल्य उपहार है , जो शरीर , मन और आत्मा को संतुलित कर जीवन में सकारात्मकता लाता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों से योग को अंतर्राष्ट्रीय पहचान मिली है , जिस पर हर भारतीय को गर्व है। उन्होंने कहा कि आज की कार्यशाला योगा फॉर वन अर्थ , वन हेल्थ थीम के अनुरूप – एक पृथ्वी , एक स्वास्थ्य के वैश्विक संकल्प को करने का अवसर प्रदान करती है। योग माध्यम से हम ना केवल अपने शरीर स्वस्थ रख सकते हैं , बल्कि समाज पर्यावरण में संतुलन स्थापित कर विश्व कल्याण की दिशा में भी अग्रसर हो सकते हैं। कार्यक्रम के दौरान देश एवं राज्य से सैकड़ों की संख्या में योग के आचार्य , शोधार्थी एवं विद्यार्थियों ने प्रत्यक्ष एवं ऑनलाइन के माध्यम से सहभागिता प्रदान कर विविध योगासन , ध्यान और प्राणायाम के माध्यम से स्वास्थ्य लाभों का अनुभव किया। विशेषज्ञों ने आधुनिक तकनीकों के साथ योग के वैज्ञानिक पहलुओं पर भी विस्तार से चर्चा की। प्रतिभागियों को स्मृति स्वरूप आकर्षक योगा किट (योगा मैट , टी-शर्ट , बैग , कॉपी , पेन सहित अंतर्राष्ट्रीय कार्यशाला प्रमाणपत्र प्रदान की गई। अंत में मंत्री टंकराम वर्मा ने इस सफल कार्यशाला के लिये बधाई देते हुये कहा कि छत्तीसगढ़ की को पावन धरती , जहां मां कौशल्या जैसी महान हर मातायें जन्मीं , वहां से योग और संस्कृति के माध्यम से विश्व को शांति और स्वास्थ्य का संदेश देना गर्व का विषय है। इस कार्यशाला कार्यक्रम की अध्यक्षता रूपनारायण सिन्हा अध्यक्ष छत्तीसगढ़ योग आयोग ने की , वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में तुलसी कौशिक निज सहायक मुख्यमंत्री छ.ग. शासन , चिन्मय दावड़ा सीईओ दावड़ा यूनिवर्सिटी , डॉ. चार्मी दावड़ा डायरेक्टर जनरल श्री दावड़ा यूनिवर्सिटी उपस्थित रहे। योग के क्षेत्र में अच्छा कार्य करने वाले तोरण साहू , कु० प्रीति यादव दोनों योगासन प्रतियोगिता में पदक प्राप्त एवं डॉ ज्योति साहू आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र में गर्भवती माताओं को योग का अभ्यास कराकर आयोग को गौरवान्वित करने हेतु माननीय मंत्री द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर योग विशेषज्ञ के रूप में जमैका वेस्टइंडीज से डांटे मार्वल बक , ब्रम्हकुमारी संस्थान से सविता दीदी , कलिंगा यूनिवर्सिटी वीसी डॉ० आर० श्रीधर ,भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर से डॉ मृत्युंजय राठौर , पं रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ भगवंत सिंह , अरविंद साहू एनआरआई लंदन से , तेजस्वी शर्मा सुप्रीम कोर्ट वकील लखनऊ से तथा भोका संतनु बांग्लादेश सहित विभिन्न संस्थान से योग विशेषज्ञ एवं शोधार्थीगण शामिल होकर योग के वैज्ञानिक व आध्यात्मिक तथ्यों पर जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम के समापन सत्र में बृजमोहन अग्रवाल सांसद रायपुर एवं पुरंदर मिश्रा विधायक रायपुर उत्तर उपस्थित रहे। उन्होंने इस सफल आयोजन की सराहना करते हुये कहा कि योग को जीवन का अभिन्न अंग बनाना आज की आवश्यकता है। सभी अतिथियों ने श्री दावड़ा विश्वविद्यालय प्रशासन एवं आयोजन समिति की प्रशंसा करते हुये इस कार्यशाला को छत्तीसगढ़ में योग के क्षेत्र में एक ऐतिहासिक पहल बताया। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ योग आयोग अध्यक्ष एवं उपस्थित समस्त अतिथियों द्वारा सम्मिलित शोधार्थियों एवं प्रतिभागियों को मोमेंटो और प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ योग आयोग से गौरव देवांगन सहायक लेखा अधिकारी , रविकांत कुंभकार परिवीक्षा अधिकारी , डॉ ज्योति साहू , श्री दावड़ा यूनिवर्सिटी से तुलसीदास संघानी ओनेररी डायरेक्टर , कुमार श्वेताभ रजिस्ट्रार , डॉ. वरुण गंजीर सीईओ , डॉ. खोमेश साहू विभागाध्यक्ष , नितेश पटेल सहायक आचार्य सहित अधिकारी कर्मचारीगण उपस्थित थे। इन सभी के संयुक्त प्रयासों से यह अंतर्राष्ट्रीय योग कार्यशाला अत्यंत अनुशासित , प्रभावशाली एवं प्रेरणादायी रूप से सम्पन्न हुई।
Author: News-24 Express
34RH+HCG Mangla Chowk, Mungeli Rd, Bilaspur, Chhattisgarh 495001





