अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
बिलासपुर – वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के दिशा निर्देश एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रामगोपाल करियारे के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहन चालकों के विरुद्ध नियमित रूप से सख्त एवं कठोर कार्रवाई की जा रही है। साथ ही विभिन्न सुधारात्मक एवं समाधान कारक प्रयास के माध्यम से जिले में सरल , सुगम एवं सुव्यवस्थित यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करते हुये यातायात को सुचारू बनाये रखने एवं बेहतर प्रबंधन बनाये रखने उल्लेखनीय कार्य किये जा रहे हैं। इसी क्रम में आईआरएडी प्रणाली के माध्यम से जिले में हो रहे सड़क दुर्घटनाओं की ऑनलाइन मॉनिटरिंग नियमित रूप से किये जा रहे हैं। साथ ही समस्त सड़क दुर्घटनाओं की बिंदुवार जानकारी ऑनलाइन माध्यम से केंद्रीय डाटा सेंटर को भी भेजी जाती है दुर्घटनाओं के कारणों को जानने एवं उसके त्वरित निराकरण के प्रयास तथा सड़क दुर्घटनाओं के परिणाम स्वरुप होने वाले गंभीर घायलों एवं मृत्यु के घटनाओ के प्रभावी नियंत्रण किये जाने हेतु प्रभावी कदम उठाने का प्रयास संबंधित विभागों के माध्यम से की जाती है। इस प्रणाली के माध्यम से राज्य एवं केंद्रीय स्तर पर सड़क सुरक्षा से संबंधित विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के द्वारा सड़क दुर्घटनाओं को रोकने हेतु ऑनलाइन माध्यम से ही क्या-क्या आवश्यक कदम उठाये जा सकते हैं इस संबंध में दिशा निर्देश एवं महत्वपूर्ण बिंदु के साथ सुधारात्मक उपाय हेतु मार्गदर्शन प्रदान की जाती है। जिसके आधार पर क्रियान्वयन एजेंसी के द्वारा वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन एवं स्वयं के प्रत्यक्ष अवलोकन एवं निरीक्षण के आधार पर सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के सुधारात्मक प्रयास एवं समाधान कारक उपाय किये जाते हैं।इसी क्रम में आज जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के द्वारा जिले के समस्त थाना , चौकी , पुलिस सहायता केंद्र के प्रभारी गणों एवं संबंधित क्षेत्र के पर्यवेक्षक अधिकारियों व जिले के समस्त नोडल अधिकारियों तथा पुलिस विभाग के समस्त वरिष्ठ अधिकारियों जिसमे एडिशनल एसपी शहर एवं ग्रामीण , नगर पुलिस अधीक्षक , पुलिस अनुभागीय अधिकारी सहित विभिन्न विभागों के सड़क सुरक्षा से संबंधित नोडल अधिकारी गण का बैठक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किया गया। आईआरएडी प्रणाली केंद्र सरकार की सड़क परिवहन मंत्रालय के द्वारा जनरेट की गई एक ऑनलाइन मॉनिटरिंग प्रणाली है जिसके तहत सड़क दुर्घटनाओं के कारणों जिसमें वाहन चालकों की वाहन चालन के दौरान गलतियां , दुर्घटनाओं के प्रकार , दुर्घटनाओं के स्रोत , दुर्घटना की प्रकृति , वाहनों के प्रकार , वाहन स्वामी के बीमा से संबंधित जानकारियां , पीड़ित व्यक्ति के संपूर्ण जानकारियां , दुर्घटना स्थल का लैंडमार्क जानकारी लैंड मार्क जानकारी , दुर्घटना के गंभीरता , दुर्घटनाओं की दोहरीकरण चालको , यात्रियों , पैदल यात्रियों , पशुओं आदि के माध्यम से एक्सीडेंट की जानकारियां , एक्सीडेंट या टक्कर के प्रकार , टक्कर की प्रकृति , दुर्घटना का प्रारंभिक अवलोकन की जानकारी , मौसम की जानकारी , दुर्घटना के दौरान प्रकाश की स्थिति , दुर्घटना का स्थान , दुर्घटना के दौरान दृश्यता की मापन , वाहन में भार क्षमता का आकलन , सड़क का वर्गीकरण जिसके तहत राष्ट्रीय राजमार्ग , राज्य मार्ग , प्रमुख जिला सड़क , अन्य जिला सड़क , ग्राम सड़क , एप्रोच रोड , सब एप्रोच रोड , कनेक्टिंग रोड , स्थानीय सड़क , स्थानीय सदके , चालक के संबंध में समग्र जानकारी , चालक का लाइसेंस हेतु अहर्ता , उसके शैक्षणिक योग्यता सहित अनेक जानकारियां का समग्रता के साथ अवलोकन किया जाता है जिससे सड़क दुर्घटनाओं की वस्तु स्थिति की वास्तविक आंकलन की जा सके। इस अवसर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह के साथ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात राम गोपाल करियारे एवं एनआईसी के नोडल अधिकारी सौरभ चंद्राकर सहित अनेक अधिकारी उपस्थित थे।
