अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
बिलासपुर – आंगनबाड़ी पर अवैध कब्जाधारियों द्वारा हत्या की घटना को अंजाम देने के तीन अपचारी बालकों सहित कुल सात आरोपियों को तखतपुर पुलिस ने गिरप्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस द्वारा उन्हें विधिवत गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये तखतपुर थाना प्रभारी देवेश सिंह राठौर ने अरविन्द तिवारी को बताया कि ग्राम भीमपुरी चौकी जूनापारा राम्हेपुर रोड में आंगनबाड़ी भवन बना हुआ है , जिसमें शशी नवरंग अवैध रूप से कब्जा किया है। उक्त भवन से लगा हुआ छेदी नवरंग का घर है जो घर के पीछे मकान बना रहा था , जिसके लिये वह आंगनबाडी भवन के छज्जा के किनारे को तोड दिया था। इसी बात पर से गत दिवस 04 अप्रैल को रात्रि लगभग साढ़े नौ बजे सुरेश नवरंग , शशि नवरंग , राजकुमार नवरंग , विनोद नवरंग , पवन नवरंग एवं अन्य सभी एक राय होकर लाठी डण्डा से लैश होकर छज्जा को तोड़ने की बात पर से प्रार्थी तथा बीच बचाव करने आये उसके परिवारजनों से अश्लील गाली गलौच करते हुये जान से मारने की धमकी देकर प्राण घातक हमला करते हुये मारपीट किये हैं। साधेलाल नवरंग के सिर में गंभीर चोंट लगने से ईलाज हेतु लोरमी अस्पताल से सिम्स अस्पताल बिलासपुर ले जाते समय साधेलाल की मृत्यु हो गई। जिस पर स्वारथ लाल नवरंग की रिपोर्ट पर अपराध क्रमांक 177/25 धारा 296 ,115(2) , 351 (2) ,190 ,191(2) ,103 (1) बीएनएस. कायम कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया। घटना के संबंध में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय बिलासपुर रजनेश सिंह को अवगत कराया गया। मामले की गंभीरता से जांच करने व आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी के निर्देश प्राप्त होने पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदया ग्रामीण श्रीमती अर्चना झा एवं अनुविभागीय अधिकारी पुलिस कोटा श्रीमती नुपुर उपाध्याय के दिशा निर्देश पर विवेचना के दौरान आरोपियों की पतासाजी कर सुरेश नवरंग , राजकुमार नवरंग , विनोद नवरंग , पवन नवरंग व अन्य अपचारी बालकों के द्वारा घटना में प्रयुक्त लाठी – डण्डा जप्त कर आज विधिवत गिरफ्तार कर वैधानिक कार्यवाही की गई है।
गिरफ्तार आरोपीगण –
सुरेश नवरंग पिता भागवत नवरंग उम्र 30 वर्ष , राजकुमार नवरंग पिता भागवत नवरंग उम्र 45 वर्ष , पवन नवरंग पिता तितराराम नवरंग उम्र 24 वर्ष , विनोद नवरंग पिता तितराराम नवरंग उम्र 21 वर्ष सभी निवासी ग्राम – भीमपुरी , चौकी – जूनापारा , थाना – तखतपुर , जिला – बिलासपुर (छत्तीसगढ़) एवं तीन अपचारी बालक।
