अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
नई दिल्ली – प्रक्रिया कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग (डीओपीटी) ने हाल ही में मंत्रालय में कई अधिकारियों के कार्यों में फेरबदल किये जाने के सिलसिले में भारतीय विदेश सेवा अधिकारी निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी सचिव ( प्राइवेट सेक्रेटरी) नियुक्त किया गया है। डीओपीटी की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि कैबिनेट की नियुक्ति कमेटी ने आईएफएस निधि तिवारी को प्रधानमंत्री का पर्सनल सेक्रेटरी बनाने की मंजूरी दी है और ये आदेश तत्काल प्रभाव से लागू है। बताते चलें कि निधि तिवारी धार्मिक नगरी और पीएम मोदी के लोकसभा क्षेत्र वाराणसी की मेहमूरगंज निवासी हैं , इन्हें वर्ष 2013 के सिविल सर्विस एग्जाम में 96वीं रैंक हासिल हुआ था और तैयारी के समय में ही वे वाराणसी में असिस्टेंट कमीश्नर (कॉमर्शियल टैक्स) के अधिकारी थीं। निधि तिवारी वर्ष 2014 बैच की भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) अधिकारी हैं और वर्तमान में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में उप सचिव के रूप में कार्यरत हैं। इनको नवंबर 2022 में पीएमओ का डिप्टी सेक्रेटरी बनाया गया था , पीएमओ में आने से पहले वे विदेश मंत्रालय (एमईए) में निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के प्रभाग में अवर सेक्रेटरी थीं। कार्मिक मंत्रालय की ओर से 29 मार्च को जारी आदेश में कहा गया कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने निधि तिवारी की सह-अवधि के आधार पर निजी सचिव के रूप में नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। पीएमओ में डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान निधि तिवारी ने ‘विदेश और सुरक्षा’ वर्टिकल में काम किया , जो राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल को रिपोर्ट करता है। इस दौरान उन्होंने विदेश मामलों , परमाणु ऊर्जा , सुरक्षा मामलों और राजस्थान राज्य से संबंधित मुद्दों पर विशेष रूप से ध्यान दिया। निधि तिवारी की प्रतिभा सिर्फ उनके कार्यक्षेत्र तक सीमित नहीं रही , बल्कि उन्होंने प्रशिक्षण काल में भी असाधारण प्रदर्शन किया। वर्ष 2016 में आईएफएस के 2014 बैच के लिये आयोजित समारोह में उन्हें एंबेसडर बिमल सान्याल स्मृति चिह्न और बेस्ट ऑफिस ट्रेनी का पुरस्कार मिला। इसके अलावा उन्हें सर्वोत्तम शोध प्रबंध के लिये भी सम्मानित किया गया। ये सम्मान उन्हें तत्कालीन विदेश राज्य मंत्री जनरल डॉ. वीके सिंह ने प्रदान किये थे। पीएमओ में उनके तीन साल से अधिक के अनुभव ने उन्हें इस नई और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी के लिये तैयार किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय में उप सचिव के रूप में निधि की सेवायें सराहनीय रही हैं , जिस देखते हुये उन्हें नई और बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
पीएमओ में पहले भी कई महिला अधिकारियों को अहम जिम्मेदारी दी गई है , वहीं निधि तिवारी को प्रधानमंत्री की निजी सचिव के रूप में पदोन्रत करना का एक संदेश महिला सशक्तीकरण को लेकर भी है।
सम्हालेंगी ये जिम्मेदारियां –
प्रधानमंत्री की प्राइवेट सेक्रेटरी के रूप में निधी तिवारी की जिम्मेदारियां बेहद महत्वपूर्ण और व्यापक होंगी। इनको प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दैनिक शेड्यूल , बैठकों और यात्राओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी होगी। उन्हें यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी कार्यक्रम सुचारू रूप से और समय पर पूरे हों। ये पीएमओ और विभिन्न मंत्रालयों , विभागों व अन्य हितधारकों के बीच समन्वय का एक महत्वपूर्ण कड़ी होंगी। नीतिगत निर्णयों को लागू करने और उनकी प्रगति की निगरानी में उनकी भूमिका अहम होंगी। अपने पिछले अनुभव को देखते हुये निधी तिवारी विदेश नीति , सुरक्षा और अंतरराष्ट्रीय मामलों से संबंधित मुद्दों पर विशेष ध्यान देंगी और वे इन क्षेत्रों में प्रधानमंत्री को सलाह और सहायता प्रदान करेंगी। निजी सचिव के रूप में उन्हें संवेदनशील और गोपनीय सूचनाओं को सम्हालना होगा। वे प्रधानमंत्री के संदेशों , पत्राचार और संचार को प्रबंधित करने के साथ ही यह सुनिश्चित करेंगी कि सभी जानकारी सुरक्षित रहे। इनको यह सुनिश्चित करना होगा कि प्रधानमंत्री की प्राथमिकतायें और निर्देश सभी संबंधित पक्षों तक पहुंचें और उनका पालन हो। वे विभिन्न परियोजनाओं और पहलों की प्रगति पर नजर रखेंगी।
मिलने वाली सुविधायें –
सूत्रों के मुताबिक पीएमएमओ ऑफिस में निजी सचिव के पद पर काम करने वाले अधिकारियों की सैलरी पे मैट्रिक्स लेवल 14 के मुताबिक मिलता है। इस लेवल पर अधिकारियों की सैलरी 1,44,200 रुपये प्रतिमाह होती है। साथ ही इन अधिकारियों के लिये महंगाई भत्ता , आवास भत्ता , यात्रा भत्ता और अन्य कई भत्ते दिये जाते हैं। इसके अलावा उनको एक गाड़ी , पीएम आवास के पास घर और चौकीदार , सुरक्षाकर्मी तक दिये जाते हैं।
