अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
बलौदाबाजार भाटापारा – डरा धमकाकर लोगों को अपने झांसे में लेते हुये क्यूआर कोड भेज कर आनलाइन माध्यम से लगभग साढ़े तीन लाख रुपये की धोखाधड़ी करने के चार आरोपियों को थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उन्हें न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया।अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हेम सागर सिदार ने प्रेस कांफ्रेंस में इस मामले का खुलासा करते हुये बताया कि विगत माह 15 जनवरी को प्रार्थिया के मोबाइल पर एक नये नंबर से कॉल आया और उस नंबर से आरोपियों द्वारा कहा गया कि आपका क्रेडिट कार्ड का बैलेंस बकाया है। आप मनी लांड्रिंग केस में सम्मिलित हो , इस प्रकार की बातें बोलकर एवं कोर्ट का वारंट की प्रति व्हाट्सएप के माध्यम से प्रार्थिया के मोबाइल में प्रेषित कर डराते हुये आरोपियों द्वारा एक क्यूआर कोड भेजा गया एवं प्रार्थिया से कहा गया कि उस क्यू आर कोड में पैसा जमा करें। तब प्रार्थिया द्वारा डर के कारण 15 जनवरी 2025 से 22 जनवरी 2025 तक अलग-अलग समय में कुल 3,48,000 यूपीआई के माध्यम से आरोपियों द्वारा भेजे गये अलग-अलग क्यू आर कोड में ट्रांसफर किया गया। इस बीच आरोपियों द्वारा वीडियो कॉल , व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से स्वयं को पुलिस हैडक्वाटर दिल्ली का सीबीआई अधिकारी बताते हुये प्रार्थिया को धमकी भी दिया गया। आरोपियों द्वारा इस प्रकार क्रेडिट कार्ड बकाया होने एवं सीबीआई जांच , आरबीआई अकाउंट एवं कोर्ट वारंट का डर दिखाकर प्रार्थिया से कुल 3,48,000 धोखाधड़ी कर लिया गया। प्रकरण में थाना सिटी कोतवाली में अपराध क्रमांक 121/2025 धारा 318(4) , 308(7) बीएनएस का प्रकरण पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। प्रकरण में पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुये चार आरोपियों को क्रमशः धनबाद झारखंड एवं नयागढ़ उड़ीसा से हिरासत में लिया गया। आरोपियों से विस्तृत पूछताछ कर मेमोरेंडम कथन लिया गया , जिसमें आरोपियों द्वारा प्रार्थिया को ऑनलाइन विभिन्न माध्यमों से डरा धमकाकर 3,48,000 की धोखाधड़ी करना एवं उक्त रकम को विभिन्न म्यूल खाता के माध्यम से आहरण करना पाया गया। आरोपी भोला उर्फ रोहित कुमार से पूछताछ में यह पता चला कि उसने बीए फाइनल तक की पढ़ाई किया है। आरोपी द्वारा ऑनलाइन फर्जी तरीके से फ्रॉड , ब्लैकमेलिंग कर अवैध लाभ कमाने के उद्देश्य से आईसीआईसीआई बैंक के साथ-साथ इंडस्ट्रियल बैंक , पंजाब नेशनल बैंक , उत्कर्ष स्माल फाइनेंस बैंक , स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया में खाता खुलवाया गया है। आरोपी द्वारा अपने फर्जी मोबाइल नंबर के माध्यम से लोगों को मनी लांड्रिंग केस में संलिप्त होने , क्रेडिट कार्ड का बकाया राशि , सीबीआई जांच आदि का डर दिखाकर धमकाकर फर्जी तरीके से लोगों के साथ धोखाधड़ी किया जाता है। आरोपी द्वारा इसी प्रकार प्रार्थिया के साथ भी उसे डरा धमकाकर फर्जी तरीके से पैसा आहरण करना स्वीकार किया गया। नयागढ़ उड़ीसा निवासी तीन आरोपियों से पूछताछ पर पत चला कि आरोपियों द्वारा स्वयं के नाम से उत्कर्ष स्मॉल फाइनेंस बैंक में ऑनलाइन के माध्यम से साइबर फ्रॉड के लिये अकाउंट खोला गया है , जिसमें जो भी फायदा होता है इसका एक हिस्सा आरोपियों को दिया जाता है। आरोपियों के खोले गये अकाउंट पर जब भी पैसा आता है तो उसमें से पांच सौ – एक हजार रूपये आरोपियों को मिलता है। आरोपियों द्वारा साइबर फ्रॉड के माध्यम से मिलने वाले पैसों को ट्रांजैक्शन करने एवं खपाने का काम किया जाता है। प्रकरण में सभी चारों आरोपियों को आज थाना सिटी कोतवाली पुलिस ने विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय में पेश किया , जहां से उसे न्यायिक रिमाण्ड पर जेल भेज दिया गया।
गिरफ्तार आरोपीगण –
भोला उर्फ रोहित कुमार उम्र 22 वर्ष निवासी हरि मंदिर लोवर चौथाई कुल्ही अमतल धनबाद , थाना – झरिया , जिला – धनबाद (झारखंड) , देवनाथ विसोई उम्र 20 वर्ष निवासी विजय मंडप गली ओडागांव , थाना -ओडागांव , जिला – नयागढ़ (उड़ीसा) , कालूचरण बारीक उम्र 23 वर्ष निवासी वार्ड नंबर 14 मथसरेजुरिया , थाना – ओडागांव , जिला – नयागढ़ (उड़ीसा) और शिबाशंकर अचारी उम्र 23 वर्ष निवासी जारीन , थाना – ओडागांव , जिला – नयागढ़ (उड़ीसा)।
