अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – पुलिस महानिरीक्षक रायपुर से मिली जानकारी के अनुसार रेंज आईजी अमरेश मिश्रा द्वारा साइबर क्राईम पोर्टल में रिपोर्टेड म्यूल बैंक अकाउंट की जांच करने हेतु योजना तैयार कर रेंज साइबर थाना को जांच एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था। निर्देशानुसार साइबर क्राईम पोर्टल में 1100 से अधिक म्यूल बैंक अकाउंट की जांच की गई। ऑपरेशन साइबर शील्ड के अंतर्गत लगातार तीस घंटे तक कार्यवाही चली , इस रेड कार्यवाही में लगभग दो सौ से अधिक पुलिस अधिकारी/कर्मचारी शामिल रहे। रायपुर रेंज के थाना टिकरापारा , सिविल लाइन , गंज , कोतवाली , आजाद चौक में अपराध पंजीकृत कर अग्रिम विवेचना के लिये रेंज साइबर थाना रायपुर को सौंपी गई थी। विवेचना कार्यवाही में साइबर क्राईम पोर्टल की रिपोर्ट , बैंक खाता में हुये ट्रांजैक्शन ऊ, एक ही व्यक्ति के अधिक बैंक अकाउंट एवं अन्य तकनीकी साक्ष्य के आधार पर बैंक अकाउंट खुलवाने तथा अकाउंट का डिजिटल अरेस्ट , शेयर ट्रेडिंग फर्जी ऐप , क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट , गूगल रिव्यू टास्क , टेलीग्राम टास्क , बैंक केवाईसी अपडेट एवं गूगल सर्च जैसे साइबर अपराध में उपयोग करने वाले लोगों को चिन्हांकित किया गया। रेंज सायबर थाना , एण्टी क्राईम एण्ड साईबर यूनिट तथा रायपुर के विभिन्न थाना के लगभग 200 से अधिक पुलिस अधिकारी /कर्मचारी की अलग – अलग बीस से अधिक टीम बनाकर आरोपियों की पतासाजी करते हुये गिरफ्तार करने के साथ ही म्यूल बैक अकाउंट दूसरे के नाम से होना पाये जाने पर पूछताछ व तकनीकी साक्ष्य से आरोपियों से कनेक्ट होने पर संवर्धक सहित कुल 101 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है , पूर्व में भी 98 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है। आरोपियों के खातों में फ्रॉड की लगभग 1.06 करोड़ रूपये की राशि होल्ड कराया गया है , जो विभिन्न राज्यों के पीड़ितों के हैं, जिनसे संपर्क कर उनका रकम वापस कराया जायेगा। गिरफ्तार आरोपियों के विरूद्ध देश के विभिन्न राज्यों के थानों से 930 साइबर क्राइम पोर्टल में रिपोर्ट दर्ज है। कुछ गिरफ्तार आरोपियों के विरुद्ध पूर्व में भी हत्या , बलवा , जुआ , एनडीपीएस एक्ट आदि के प्रकरण पंजीबद्ध है। गिरफ्तार आरोपी बैंक खातों को रेंट बेसिस पर और कुछ लोग ठगी के रकम से दस से बीस प्रतिशत कमीशन के बेसिस पर उपलब्ध कराते थे। बैंक से भी ऐसे म्यूल बैंक अकाउंट की लगातार जानकारी प्राप्त की जा रही है , जिसमें बड़ी मात्रा में या असामान्य ट्रांजैक्शन हो रहे हैं। आरोपियों से पूछताछ में और भी बहुत से लोगों के नाम सामने आये हैं जो इन बैंक खातों का उपयोग ठगी करने के लिये करते थे। म्यूल बैंक अकाउंट प्रकरण में संलिप्त सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की जायेगी। प्रकरण में व्यापक अनुसंधान जारी है।
पहला मामला – थाना आजाद चौक अपराध क्रमांक 78/25 धारा 317(2) , 317(4) , 317(5) , 111 बीएनएस में इंडियन ओवरसीज बैंक के 21 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
दूसरा मामला – थाना गंज अपराध क्रमांक 79/25 धारा 317(2) , 317(4) , 317(5) , 111 बीएनएस में कर्नाटका बैंक के 41 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
तीसरा मामला – थाना टिकरापारा अपराध क्रमांक 229/25 धारा 317(2) , 317(4) , 317(5) , 111 बीएनएस में रत्नाकर बैंक के 54 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
चौथा मामला – थाना कोतवाली अपराध क्रमांक 45/25 धारा 317(2) , 317(4) , 317(5) , 111 बीएनएस में कोटक महिंद्रा बैंक के 41 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
पांचवां मामला – थाना सिविल लाइन अपराध क्रमांक 129/25 धारा 317(2) , 317(4) , 317(5) , 111 बीएनएस में बैंक ऑफ महाराष्ट्र के 128 म्यूल बैंक अकाउंट के विरुद्ध प्रथम सूचना पत्र दर्ज किया गया है।
