दुर्गा प्रसाद डनसेना
- रायपुर…सुप्रीम कोर्ट से क्रमोन्नति केस में मिली जीत पर शिक्षक वर्ग खासा उत्साहित है। ये पूरा केस सोना साहू ने हाईकोर्ट में जरूर लड़ा और जीत दर्ज की, लेकिन सुप्रीम कोर्ट में सोना साहू की लड़ाई प्रदेश के हजारों शिक्षकों ने लड़ी। सर्व शिक्षक एलबी कल्याण समिति के तहत शिक्षकों का एक बड़ा वर्ग समर्थन में सोना साहू के साथ खड़ा था। जिसने आर्थिक रूप से ना सिर्फ इस केस को मजबूती दी, बल्कि शिक्षकों की इस लड़ाई को संबल भी दिया।आपको बता दें हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दायर की थी। 17 मार्च को हुई सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की एसएलपी को सुप्रीम कोर्ट की डबल बेंच ने खारिज कर दिया। इस फैसले के बाद राज्य के करीब 1.30 लाख शिक्षकों को क्रमोन्नति का लाभ मिलने का रास्ता साफ हो गया। क्रमोन्नति का लाभ मिलने के बाद राज्य के शिक्षकों को 7 लाख से लेकर 18 लाख रुपये तक मिलेगा।सुप्रीम कोर्ट में 17 मार्च को हुई सुनवाई के दौरान सर्व शिक्षक एलबी कल्याण समिति के संरक्षक मनीष मिश्रा, प्रदेश संचालक बसंत कौशिक, रामनिवास साहू, रवींद्र राठौर दिल्ली में मौजूद थे। समिति के सभी पदाधिकारी आज दिल्ली से छत्तीसगढ़ लौटे तो सभी का राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पर जबरदस्त स्वागत किया गया।रंग गुलाल के साथ जोशपूर्ण नारेबाजी से सभी का स्वागत किया गया। सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष मनीष मिश्रा, बसंत कौशिक एवं रविंद्र राठौर ने क्रमोन्नति केस में जीत दर्ज कर दिल्ली से अपने गृह ग्राम एवं स्कूल के लिए रवाना हुए।इस दौरान राजनांदगांव रेलवे स्टेशन पर मनीष मिश्रा बसंत कौशिक एवं एव रविंद्र राठौर का आत्मीय अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर जिला अध्यक्ष रमेश साहू, मिलन साहू ,जिला संयोजक ओमप्रकाश साहू,ब्लॉक अध्यक्ष रोशन साहू,बंदिश नेम पांडे ,पूरनलाल कोठारी, यादराम वर्मा, खिलावन सिंह ठाकुर, राजेश पंच भावे ,मुकेश चंद्रवंशी, उमेश कुमार देश लहरे, भरत साहू, सूरज शर्मा, अमीन कुरैशी, कौशल्या साहू ,कमल कुमार वर्मा इत्यादि शिक्षक गण उपस्थित थे।
